पेट्रोल-डीजल के लिए हाहाकार, एचआरटीसी ने 51 रूट किए बंद , पंजाब में भी बचा सिर्फ दो दिन का स्टॉक
शिमला। हिट एंड रन को लेकर संशोधित कानून के विरोध में ट्रक, बस और अन्य चालकों की हड़ताल का बड़ा असर हिमाचल प्रदेश में देखने को मिल रहा है। प्रदेश के कई इलाकों में पेट्रोल-डीजल की किल्लत हो गई है। मंडी, ऊना और कुल्लू-मनाली में तेल के टैंकर नहीं पहुंचे हैं और ऐसे में वाहन चालकों को खासी परेशानी हो रही है। जानकारी के अनुसार, मंडी जिले में एचआरटीसी के कई रूट ठप्प हो गए हैं। सुंदरनगर डिपो की बसों लॉन्ग और लोकल रूट पर डीजल की किल्लत के चलते बंद कर दिए गए हैं। मंडी में डीसी ने पेट्रोल पंप संचालकों को 10 लीटर से अधिक पेट्रोल-डीजल ना देने के आदेश जारी किए हैं। साथ ही स्टॉर बरकरार रखने के आदेश दिए हैं। वहीं इसी बीच पंजाब में भी कुछ जगहों पर पेट्रोल डीजल की किल्लत आ रही है। पंजाब में भी के केवल 2 ही दिन का स्टॉक बचा है।
एचआरटीसी की सुंदरनगर डिपो के प्रबंधक अजिंदर चौधरी ने उच्चधिकारियों को पत्र लिखकर जानकारी दी कि ट्रक चालकों की हड़ताल के चलते डिपो लॉन्ग और लोकल रूट पर बसें नहीं चला पाएगी। डिपो की तरफ से एक लिस्ट दी गई है, जिसमें बताया गया है कि चंडीगढ़ और पठानकोट के लिए रूट्स को क्लब किया गया है। साथ ही कुल 51 लोकल रूट को बंद कर दिया गया है।
पेट्रोल डीजल के सकंट के बीच मंडी के डीसी अरिंदम चौधरी ने पेट्रोल पंप्स ऑपरेटर्स को आपातकालीन आवश्यकताओं के लिए पेट्रोल- डीजल का न्यूनतम रिजर्व बनाए रखने के आदेश दिए हैं। आदेश के अनुसार, पेट्रोल पंप्स ऑपरेटर्स को 25000 लीटर से अधिक भंडारण क्षमता के पेट्रोल पंप्स में 3000 लीटर डीजल और 2000 लीटर पेट्रोल तथा 25000 लीटर से कम भंडारण क्षमता के पेट्रोल पंप्स में 2000 लीटर डीजल और 1000 लीटर पेट्रोल रिजर्व रखने का आदेश दिया गया है।
डीसी ने हिदायत दी है कि कोई भी डीलर एक समय में 10 लीटर से अधिक रिफिलिंग ना करें। अतिआवश्यक होने की स्थिति में संबंधित एसडीएम की पूर्व मंजूरी आवश्यक होगी। पेट्रोल डीजल को किसी भी प्रकार के कंटेनर में भरकर ले जाने की अनुमति नहीं होगी। आपातकालीन वाहनों (एम्बुलेंस, फायरब्रिगेड आदि) और सार्वजनिक परिवहन को तेल भरवाने में प्राथमिकता दी जाएगी।
उधर मनाली में भी पेट्रोल डीजल की दिक्कत पेश आ रही है। किसी भी पंप में 10 लीटर से अधिक पेट्रोल-डीजल नहीं दिया जा रहा है। इस कारण मनाली में टूरिस्ट को भी काफी दिक्कत है। मनाली गए वीरेंद्र भारद्वाज ने बताया कि उन्हें 10 लीटर से अधिक पेट्रोल नहीं दिया गया है। मनाली के मॉल रोड के साथ लगते पेट्रोल पंप केवल डीजल ही मिल रहा है। पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों को मुश्किल हो रही है। एक ट्रेवल एजेंट टुअर पैकेज पूरा किया बिना ही वापस लौट गया है।