Wednesday, December 6, 2023
Home राष्ट्रीय Caste Census: क्षेत्रीय दलों का जातिगत जनगणना पर जोर क्यों? जानें OBC...

Caste Census: क्षेत्रीय दलों का जातिगत जनगणना पर जोर क्यों? जानें OBC वोट बैंक का समीकरण

[ad_1]

पटना. बिहार में जातिगत जनगणना (Caste Census) कराने को लेकर पिछले काफी दिनों से सियासी पारा चढ़ा हुआ है. इस बीच सोमवार को मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) समेत 10 पार्टियों के 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात की है. वहीं, इन 10 पार्टियों में कुछ ऐसे दल हैं जिनका राजनीतिक वजूद एक-दूसरे के विरोध पर ही टिका है, लेकिन यह सब ओबीसी वोट बैंक को साधने के लिए एक मंच पर आए हैं. इस बीच बिहार के सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमारी पूरी बात सुनी. सभी ने जातिगत जनगणना के पक्ष में एक-एक बात कही है. उन्होंने हमारी बात को नकारा नहीं है, हमने कहा है कि इस पर विचार करके आप निर्णय लें.

बहरहाल, भारत में पहली जनगणना 1872 में तत्कालीन औपनिवेशिक शासकों द्वारा की गई थी. इसके बाद सही तरीके से इसकी गणना की शुरुआत 1881 में हुई थी. इसके बाद से हर 10 वर्षों में जनगणना की जाती है. वहीं, देश में 1931 तक जाति के आधार पर एक-एक नागरिक की गिनती होती रही है. जबकि दस साल बाद यानी 1941 में भी जाति पूछकर जनगणना की गई थी, लेकिन उसका आंकड़ा जारी नहीं किया. यही नहीं, उसी पुराने जनगणना के आंकड़े पर पिछले 90 साल से आबादी का मैथ चल आ रहा है. साफ है कि उसी आधार पर जनसंख्‍या में ओबीसी, सवर्णों और दलितों की भागीदारी का अनुमान लगाया जा रहा है.

सीएम नीतीश और तेजस्‍वी यादव ने दिया तर्क
जातीय जनगणना को लेकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि एक बार जनगणना हो जाएगी तो आबादी स्‍पष्‍ट हो जाएगी और फिर उसी आधार पर सरकारी कार्यक्रमों को फायदा मिलेगा. साथ ही कहा कि सही आंकड़ा नहीं होने की वजह से कई समूहों को सरकार की नीतियों को फायदा नहीं मिल पा रहा है. वहीं, आरजेडी नेता तेजस्‍वी यादव ने कहा कि बिहार विधानसभा में दो बार जातीय जनगणना का प्रस्ताव पारित हुआ और आखिरी जातीय जनगणना 1931 में हुई. इससे पहले 10-10 साल में जातीय जनगणना होती रही. जनगणना से सही आंकड़े सामने आएंगे जिससे हम लोगों के लिए बजट में योजना बना सकते हैं.

क्‍या ओबीसी वोटों का ध्रुवीकरण है मकसद!
जातीय जनगणना को लेकर राजनीति के जानकारों का मानना है कि इन दलों को असली मकसद ओबीसी वोट बैंक का ध्रुवीकरण है, क्‍योंकि मौजूदा राजनीति में कोई दिल किसी खास वर्ग के विकास का दावा करने का दम नहीं रखता. यही नहीं, जब जातीय जनगणना के आंकड़े सामने आएंगे तो क्षेत्रीय दल केंद्र सरकार पर भी समाज के विकास के लिए नई नीतियों बनाने का दबाव डालेंगे और इससे राजनीतिक ध्रुवीकरण होगा. वहीं, क्षेत्रीय दल ओबीसी वोट बैंक को लामबंद करने में सफल रहेंगे.

भाजपा ने क्षेत्रीय दलों के ओबीसी वोट बैंक में लगाई सेंध
बहरहाल, 90 के दशक में जब मंडल कमीशन लागू हुआ तो यूपी और बिहार समेत कई राज्‍यों में क्षेत्रीय दल ओबीसी वोट बैंक के सहारे मजबूत होते गए. इस दौरान जातियों के आधार पर वोटों को ध्रुवीकरण साफ तौर पर देखने को मिला. इसी वजह से कांग्रेस को कई राज्‍यों में अपनी सत्‍ता गंवानी पड़ी थी. वहीं, 1996 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 25 फीसदी ओबीसी वोट मिला था. जबकि भाजपा के हिस्‍से में 19 फीसदी वोट आया था. इस दौरान 49 फीसदी ओबीसी वोट क्षेत्रीय दलों के कब्‍जे में रहा. यही नहीं, 2009 तक ओबीसी वोट बैंक का बंटवारा करीब करीब ऐसा ही रहा. इस दौरान कांग्रेस को 24, भाजपा को 22 और क्षेत्रीय दलों को 42 फीसदी ओबीसी वोट मिला था, लेकिन पहले 2014 और फिर 2019 में मोदी मैजिक के कारण ओबीसी वोट बैंक का मैथ पूरी तरह बदल गया.

पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को ओबीसी वोट 15 फीसदी मिला था. जबकि समाजवादी पार्टी और आरजेडी समेत तमाम दल 27 फीसदी में सिमेट गए. वहीं, भाजपा ने छलांग लगाते हुए 44 फीसदी ओबीसी वोट पर कब्‍जा कर लिया. यही नहीं, इसी वजह से न सिर्फ यूपी में सपा के हाथ से सत्‍ता चली गई बल्कि कई अन्‍य राज्‍यों में क्षेत्रीय दल अपने वजूद की लड़ाई लड़ रहे हैं. वैसे सवाल ये भी है कि सीएम नीतीश कुमार, तेजस्‍वी यादव और समाजवादी पार्टी समेत कई क्षेत्रीय दल जाति के आधार पर जनगणना की मांग कर ओबीसी की सही ताकत का अंदाजा लगाना चाहते हैं, ताकि ओबीसी कोटे में बदलाव के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाया जा सके और भाजपा से फिर से अपना वोट छीन सकें. यही नहीं, इस वक्‍त क्षेत्रीय दलों के लिए जातीय जनगणना का ही अच्‍छा मुद्दा है. हालांकि इसी साल जुलाई में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में कहा था कि भारत सरकार ने नीति के तहत जाति-वार आबादी की गणना नहीं करने का निर्णय लिया है.

पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.

[ad_2]

Source link

RELATED ARTICLES

दक्षिण आंध्र प्रदेश से टकरा सकता है चक्रवात मिचौंग, अब तक आठ लोगों की मौत

चेन्नई। चक्रवात ‘मिचौंग’ आज (05-12-23) दक्षिण आंध्र प्रदेश और उत्तरी तमिलनाडु के तटों से टकरा सकता है। इस दौरान 90 से 110 किमी प्रति घंटे...

कीट को मिला पहला सी आई आई स्पोर्ट्स बिजनेस अवार्ड 2023

भुबनेश्वर। कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (कीट) को पहला सी आई आई स्पोर्ट्स बिजनेस अवार्ड्स 2023 से सम्मानित किया गया । कीट और कीस के...

दिल्ली का एक्यूआई बेहद खराब , न्यूनतम तापमान 12.3 डिग्री तक गिरा

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में बनी हुई है। इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि राष्ट्रीय...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

दक्षिण आंध्र प्रदेश से टकरा सकता है चक्रवात मिचौंग, अब तक आठ लोगों की मौत

चेन्नई। चक्रवात ‘मिचौंग’ आज (05-12-23) दक्षिण आंध्र प्रदेश और उत्तरी तमिलनाडु के तटों से टकरा सकता है। इस दौरान 90 से 110 किमी प्रति घंटे...

साउथ की जासूसी-थ्रिलर फिल्म जी2 में हुई बनिता संधू की एंट्री

भारतीय अभिनेत्री बनिता संधू अब साउथ सिनेमा में अपना जलवा बिखेरने के लिए तैयार हैं. टीम जी2 ने अपनी आगामी फिल्म के लिए बनिता...

ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए अब देना होगा ये टेस्ट

यूजर चार्ज भी हुआ महंगा  देहरादून। प्रदेश में अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए ऑटोमेटिक टेस्ट देना होगा, जिसके लिए 100 रुपये अतिरिक्त यूजर चार्ज भी...

हेयर कॉम्ब करने का यह है सही तरीका, तुरंत सुलझ जाएंगे बाल, साथ ही होंगे ये फायदे

अपने बालों को अच्छे से संवारने के लिए उनमें कंघी करना बेहद जरूरी है. लोग अक्सर ऊपर से नीचे की और कंघी करते हैं...

कीट को मिला पहला सी आई आई स्पोर्ट्स बिजनेस अवार्ड 2023

भुबनेश्वर। कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (कीट) को पहला सी आई आई स्पोर्ट्स बिजनेस अवार्ड्स 2023 से सम्मानित किया गया । कीट और कीस के...

जिलाधिकारी ने नगर निगम के अधिकारियों को दिए ये निर्देश

देहरादून। श्रीमती सोनिका, जिलाधिकारी/ प्रशासक, नगर निगम देहरादून द्वारा प्रस्तावित Uttarakhand Global Investors Summit 2023 के नगर निगम के अधिकारियों/कर्मचारियों की नगर निगम सभागार में...

देवभूमि को बनाना है खेल भूमि, सरकार है प्रतिबद्ध- रेखा आर्या

मुख्यमंत्री ने 37वें राष्ट्रीय खेल में उत्तराखण्ड के पदक विजेता खिलाड़ियों को किया सम्मानित देहरादून। आज महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज,देहरादून में 38 वें राष्ट्रीय खेल...

उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 की सफलता को लेकर शहरी विकास मंत्री डॉ. प्रेमचन्द अग्रवाल ने ली अधिकारियों की समीक्षा बैठक

देहरादून। शहरी विकास मंत्री डॉ. प्रेम चन्द अग्रवाल ने विधान सभा स्थित सभागार कक्ष में आवास से संबंधित इन्वेस्टर्स के साथ बैठक ली। मंत्री ने...

तीस वर्ष के बाद अपनी देवरा यात्रा पर निकली नौज्युला की मां चंडिका

स्यूंपुरी में किया रात्रि प्रवास, घर-घर पूछी भक्तों की कुशलक्षेम ग्रामीणों ने पूजा-अर्चना व दर्शन कर मांगा आशीर्वाद रूद्रप्रयाग। तीस वर्ष के बाद रूद्रप्रयाग जनपद के...

पंखे से लटका कर की विवाहिता की हत्या, ससुराल पक्ष के लोग फरार

मंगलौर। सोमवार की दोपहर विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। विवाहिता के दो छोटे बच्चे है। छह साल पहले विवाहिता ने प्रेम विवाह...